पालक खाने के फायदे और नुकसान
पालक की शाक वायुकारक, शीतल, कफ बढ़ाने वाली एवं ज्वर को दूर करने वाली होती है। पालक को काटकर उसको खिचड़ी में डाल कर बनाकर खाने में बहुत फायदा करता है। पालक का सूप बनाकर पीने से बहुत फायदा करता है। पालक, गाजर, चुकंदर, लौकी को उबालकर उसको छानकर सूप में जीरा पावडर, पीसी गोलमिर्च, काला नमक डालकर पीने से ताकत आती है।
आँखो के लिए फायदेमंद
पालक और चुकन्दर के सालाद में चाट मसाला, काला नमक डालकर खाने से आँखो के नीचे काले धब्बे नहीं पड़ते है। पालक आँखो के लिए बहुत चमत्कारी है। पालक के अंदर कैरोटीनइड्स, ल्यूटिन, बीटा-कैरोटीन और ज़ेक्सैंटीन से भरपूर होता है। पालक मोतियाबिंद और रेटिना पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है। तिली के तेल के साथ तैयार पालक का सलाद खाने से आँखो की पलक बहुत मजबूत होता है।
हड्डियों में फायदेमंद
२५० ग्राम दूध में कैल्शियम जितना होता है। उससे कही ज्यादा कैल्शियम गाजर और पालक के सूप में होता है। पालक खाने से चोट लगने पर हड्डियों को तोड़ने वाले ओस्टियोक्लास्ट के अत्यधिक सक्रियण को रोकता है। पालक खाने से दांत और नाख़ून से सट्टी हड्डियां मजबूत होती है। पालक में विटामिन “के” भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पालक खाने से निकास नली की हड्डियाँ मजबूत होती है।
कैंसर में फायदेमंद
पालक के साथ-साथ अन्य हरे पत्तेदार सब्जिया मुँह के कैंसर को ख़त्म करता है। पालक, चुकंदर और नींबू मिलाकर जूस पीने से पेट का कैंसर ख़त्म होता है। पालक कैंसर रोग से लड़ने में मदद करता है। पालक एंटीऑक्सिडेंट्स से समृद्ध होने के कारण कैंसर को जड़ से ख़त्म करता है।
वजन में फायदेमंद
पालक खाने से हमारे शरीर के इंटनरल अंग आँतों को साफ करता है। पालक खाने से पाचन तंत्र सही प्रकार से काम करता है, साथ ही साथ वजन बढ़ने नहीं देता है। हफ्ते में दो बार पालक का गुनगुना जूस पीने से अल्सर की समस्या नहीं होती है। पालक वसा और फाइबर से प्रयुक्त होता है। पालक की हरी पत्तियाँ हमारे मोटापे को कम करती है।
मासपेशियों में फायदेमंद
छोटी पालक में पाये जाने वाला प्रोटीन और एंटीऑक्सीडेंट्स मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है। पालक खाने से ऑक्सीजन की कमी की पूर्ती होती है। पालक को कोशिकाओं का पावर हाउस कहते है। व्यायाम शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। पालक का जूस पीकर योगा करने से ताकत आती है। २०० ग्राम पालक रोज़ाना खाने से चोट लगने पर घाव जल्दी भर जाता है।
अन्य फायदे
● पालक और गाजर का जूस पीने से कील- मुहासे ख़त्म हो जाता है।
● पालक से मिलने वाले बीटा केरोटीन शिशु के फेफड़ों का विकास करता है।
● विटामिन “ए” शिशु के वजन को संतुलित बनाये रखने में सहायक होता है।
● पालक को पीस कर उसके रस को फटी एड़ी पर लगाने से एड़ी चिकनी हो जाती है।
● पालक का रस बीपी को नियंत्रित करता है।
नुकसान
पालक में प्यूरिन की अधिक मात्रा होने के कारण सूजन, अर्थराइटिस और जोड़ो का दर्द होता है। पालक का अत्यधिक उपयोगकरने से आपके शरीर की खनिज अवशोषण क्षमता को कम कर देता है।