नाशपाती खाने के गुण और उससे नुकसान
नाशपाती देखने में सेब की तरह लगता है और हरे रंग का चितकबरा जैसा होता है। नाशपाती का पौधा समशीतोष्ण जलवायु में अच्छी तरह से बढ़ता है। नाशपाती के पेड़ का उपयोग घर की सजावट के लिए किया जाता है। नाशपाती फल औषधीय लाभ के लिए उपयोगी है। नाशपाती रोज़ेशी परिवार का सदस्य होता है। नाशपाती फल हमारे संस्कृति का एक अभिन्न अंग का हिसा है। नाशपाती के अंदर पोटैशियम, विटामिन “सी”, फाइबर, विटामिन “के”, फिनालिक कंपाउंड, मैग्नीशियम, तांबा, काम्प्लेक्स “बी” नामक तत्व उपस्थित होता है। नाशपाती यूरोप और ईरान में पैदा होकर भारत में आता है।
घेंघा बीमारी से बचाता है
नाशपाती रक्त वाहिकाओं और कैल्शियम को स्टोर को नरम करने में मदद करता है। नाशपाती के अंदर कैल्शियम, फास्फोरस आदि तत्व पाया जाता है। वे बच्चे जो नाशपाती खाते रहते है, उन बच्चों को घेंघा की बीमारी कभी भी नहीं होती है। नाशपाती खाने से बूढ़े लोगो के अंदर आयरन की कमी पूरी हो जाती है। नाशपाती फल के अंदर सोडियम तत्व उपस्थित होता है।
सास की बीमारी में फायदेमंद
नाशपाती का फल ही सास फूलने की रामबाण फल या दवा है। नाशपाती का जूस पीने से शरीर के अंदर ग्लूकोस पैदा होता है, जो एनर्जी (ऊर्जा) में परिवर्ती हो जाता है। नाशपाती का बीज़ को पीसकर उसको शहद के साथ चाटने से शरीर के अंदर ऊर्जा पैदा होती है। गर्मी के मौसम में नाशपाती खाने से छोटे बच्चों की सास खेलते समय नहीं फूलती है।
गर्भावस्था में फायदेमंद
नाशपाती फल पूरी तरह से पोषण घटक फोलेट से युक्त होता है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला नाशपाती खाती रहेगी तो उनका बच्चा न्यूरल ट्यूब दोषों से सुरक्षित रह सकता है। नाशपाती खाने से जन्म लिए शिशु का स्वास्थ्य बिल्कुन ठीक रहता है। ड्रॉक्टर गर्भवती महिला को फोलिक एसिड का स्तर सही तरीके से बना रहे जिससे नाशपाती खाने की सलाह समय-समय पर देते रहते है।
हड्डियो को मजबूत बनाता है
नाशपाती खाने से हमारे गुठोनो में दर्द नहीं होता है। नाशपाती के अंदर मैंगनीज, फास्फोरस, तांबा, बोरोन ऐसे और अन्य उच्च खनिज पदार्थ उपस्थित रहता है। बोरोन हड्डियों में कैल्शियम हमेशा बनाये रखने में सहायता करता है। हड्डियों के ड्रॉक्टर हड्डी के रोगी को नाशपाती खाने को कहते है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा दिन पर दिन ख़त्म हो जाता है।
कैंसर में फायदेमंद
नाशपाती के अंदर उपस्थित फाइबर मुँह के कैंसर को रोकता है। नाशपाती में एंटी कैसरोजेनिक गुण होता है, जो कोलन, मलाशय, स्तन, फेफड़े आदि के कैंसर को ख़त्म करता है। नाशपाती फल में हाइड्रोऑक्सीनॉमिक एसिड उपस्थित होता है, जो पेट का कैंसर होने नहीं देता है। नाशपाती विषाक्त पदार्थो को तुरंत शरीर से मूत्र के माध्यम से नष्ट कर देता है। नाशपाती के पेड़ के पत्ते चाय के लिए महत्वपूर्ण है। नाशपाती के अंदर अन्य फलो की तुलना में एंटीऑक्सिडेंट अधिक पाया जाता है। धूम्रपान करने वाले मनुष्य धूम्रपान करने के बाद रोज़ाना नाशपाती खाना चाहिए।
अन्य फायदे
नाशपाती खाने से आँखो की झुर्रियाँ और उम्र के धब्बो को ख़त्म करता है। लोगों को सूजन की वजह से दर्द होता है तो उन्हें नाशपाती का रस पीना चाहिए। नाशपाती मधुमेह से पीड़ित लोगों के लिए एक बहुत ही अच्छा फल है। नाशपाती एनीमिया से ग्रस्त रोगियों को सुरक्षा प्रदान करता है। एक गिलास नाशपाती का रस पीने से जल्दी ही तेज बुखार उतर जाता है। नाशपाती दिल के दौरे और स्ट्रोक के खतरे को कम करने में मदद करता है। नाशपाती का जूस पेक्टिन कब्ज और दस्त को ठीक रखता है। नाशपाती कैल्शियम को स्टोर करने और रक्त वाहिकाओं को नरम करने में मदद करता है। नाशपाती का नियमित सेवन करने से सांस की परेशानी ठीक करने में मदद मिलती है।
नुकसान
नाशपाती खरीद कर दो तीन के अंदर खा कर ख़त्म कर देना चाहिए। नाशपाती को चबा-चबा कर खाना चाहिए यदि चबा कर नहीं खायेगे तो पाचन तंत्र ख़राब हो जाता है। नाशपाती को काट कर अधिक देर तक रख कर नहीं खाना चाहिए। क्योंकि हवा के सम्पर्क में आने पर यह भूरे रंग का हो जाता है। नाशपाती ज्यादा खाने से दस्त होने लगता है।